Diwali 2022 : Dhan Prapti Ke Liye Lakshmi Puja Yantra
चूंकि दिवाली 2022 बहुत करीब है, इसलिए हम सभी हिंदू परंपरा के पुराने रीति-रिवाजों के अनुसार घर के कामों और घर की सफाई में व्यस्त हैं। इस वर्ष (2022) दीपावली पर्व २१ अक्टूबर से २६ अक्टूबर तक चल रहा है।
पिछले साल diwali २०२१ को मैंने महालक्ष्मी यन्त्र साधना पर अपने विचार और लक्ष्मी साधना स्पर्श किया था । आप महालक्ष्मी साधना पढ़ सकते हो – Lakshmi Mantra for Business for Diwali 2022
Diwali 2022 Date and Lakshmi Puja 2022
इस विषय पर मैंने लेख लिखा है जहा पर , मैंने दिवाली उत्सव पर ५ दिन वाघ बारस से लेखर भाई दूज तक के सारे शुभ मुहूर्त लिखे है । आप उन लेखो को पढ़ सकते है । Diwali Date of 2022
Diwali Puja 2022 par Lakshmi Puja Kaise Kare
Diwali Pooja and Lakshmi Puja : दिवाली पूजा एक गंभीर विषय है , शास्त्रों में लक्ष्मी पूजा पर कई विधिया है पर यदि आपको लक्ष्मी पूजन करना ही है तो मैंने पिछले साल दिवाली पूजा और महालक्ष्मी दक्षिणवर्ती शंख पूजा विधि दी है । आप संपूर्ण पूजा विधि पढ़ सकते है ।
Diwali 2022 पर Diwali Puja धन प्राप्ति हेतु Lakshmi Puja
दिवाली के शुभ उत्सव पर आपके जीवन में सुख सम्पति प्राप्ति और व्यापारी भाइयो बहेनो के लिए महालक्ष्मी प्रयोग में ( Lakshmi Puja ) श्री यंत्र का वर्णन करने जा रहा हूँ जो लक्ष्मी का प्रतीक यंत्र है ।
इस यन्त्र को सिद्ध करने वाले साधक लक्ष्मी प्राप्त कर धनवान तो बन ही जाता है और साथ साथ में अपने सम्पर्क में आने वालों को भी वशीभूत कर लेते हैं क्योंकि इस यंत्र को त्रिलोक मोहन अर्थात तीनों लोक को मोहने वाला कहा गया है। इस यंत्र में वशीकरण की शक्ति भी निहित है ।
जिसके पास भी यह यंत्र जाता है उसके लिए सुखों का दरवाजा खोल देता है । इस यंत्र को सर्व रक्षाकारक, सर्वव्याधि निवारक, सर्व कष्ट निवारक और ऋद्धि सिद्धि का दाता कहा गया |
Diwali 2022 and Solar Eclipse October 2022
Diwali 2022 पर सूर्य ग्रहण भी है , जिस कारण यह पर्व बहुत ही अधिक शक्तिशाली बना दिया है । मै इस ग्रहण पर शुभ मुहूर्त का वर्णन कर रहा हु , लक्ष्मी मंत्र (Lakshmi Puja Yantra and Lakshmi Mantra ) को सूर्य ग्रहण पर भी १ या ५ या ११ माला जाप करना है ।
सूर्य ग्रहण 24 अक्टूबर की शाम 05.27 बजे से शुरू होकर 25 अक्टूबर की शाम 04.18 बजे तक रहेगा।
नई दिल्ली में, यह लगभग 16:29 बजे शुरू होगा और सूर्यास्त के साथ 18:09 बजे समाप्त होगा और अधिकतम ग्रहण 17:42 बजे होगा।
राजस्थान के जैसलमेर में ग्रहण 16:26 बजे से 18:09 बजे तक अधिकतम 17:30 बजे के आसपास रहेगा।
मुंबई में, ग्रहण 16:49 बजे शुरू होगा, जिसमें अधिकतम 17:42 बजे होगा। यह 18:09 बजे समाप्त होगा,
बेंगलुरु में, ग्रहण 17:12 बजे शुरू होगा, जो अधिकतम 17:49 बजे तक पहुंच जाएगा और सूर्यास्त के समय 17:55 बजे समाप्त होगा।
दक्षिणी और मध्य भारत में, ग्रहण सूर्यास्त से ठीक पहले फिर से देखा जाएगा, जिसमें नागपुर 16:49 से 17:42 घंटे के दौरान ग्रहण का अनुभव करेगा।
Diwali 2022 “श्री” यंत्र aur Lakshmi Puja सिद्ध करने की विधि :-
तांबे का बना बनाया यंत्र आजकल लोकल स्टोर /ऑनलाइन पोर्टल जैसे ऐमज़ॉन फ्लिपकार्ट में प्राप्त हो जाता है । उसे ले आवें । फिर दिवाली की अर्धरात्रि में सुयोग्य पंडित से उस यंत्र को वैदिक विधि से पूजन कर स्थापना करें ।
यंत्र पूजन प्रारम्भ से. पहले पंडित के बताये अनुसार लक्ष्मी पूजन का सामान अपने पास एकत्र कर लें ।
तत्पश्चात आसन पर पवित्र होकर बैठकर गाये के घी में अच्छी तरह से यंत्र को मलें, फिर क्रमशः दूध एवं जल से स्नान कराकर स्वच्छ वस्त्र से पोंछकर कमल पुष्प पर स्थापित करें ।
इसके बाद उस महायंत्र पे महालक्ष्मी का विधान पूर्वक पूजन करें ।
पूजन समाप्ति के बाद पंडित को अपने परिवार के द्वारा भोजन करवा कर दक्षिणा दे विदा कर दें, किंतु स्वयं पूजन समाप्ति के बाद आप मंत्र जप में लग जायें ।
कम से कम !! सौ बार “श्री” मंत्र का जप करें । तत्पश्चात आरती करके श्रद्धा पूर्वक उस कमरे को बंद कर दें ।
दिवाली की रात से ही नित्य रात्रि को तब तक ग्यारह-ग्यारह सौ मंत्र का जाप करते रहें जबतक कि आपका 12 लाख मंत्र जप पूरा न हो जाये ।
जिस रात मंत्र पूरा हो उस रात्रि को करावें । पश्चात आरती कर पूर्णाहुति करें ।
फिर उस यंत्र को किसी पवित्र स्थान पर रखकर नित्य ही सुबह शाम धूप-बत्ती करें । बस आपके घरों में धनों का अंबार लग जायेगा, करके तो देखें ।
फिर पंडित द्वारा ग्यारह सौ श्री मंत्र का हवन कर ले ।
Dipawali 2022 Par Lakshmi Puja Kaise Kare
एक और आसान विधि दिपावली या धनतेरस की रात्रि में महालक्ष्मी तस्वीर के सामने श्रद्धा पूर्वक पूजन कर इस “श्री” यंत्र को अष्ट गंध की स्याही से भोज पत्र पर एक सौ आठ की संख्या में लिखें ।
इसमें अनार की कलम का उपयोग करें । 108 यंत्र लिखने के पश्चात निम्नलिखित मंत्र का ग्यारह माला जाप करें ।
Lakshmi Puja Mantra – ॐ श्रीं ह्रीं श्रीं कमले कमलालये प्रसीद प्रसीद श्रीं ह्रीं श्रीं ॐ महालक्ष्मयै नम : ।
इसके बाद यंत्र की आरती कर, वन्दना कर, मनोकामना पूर्ती का वर माँगकर,
समस्त यंत्र को नदी में अर्पण कर देना चाहिए ।
इसके पश्चात आप जब भी इस यंत्र को किसी भी व्यक्ति को लिखकर देंगे या स्वयं उपयोग करेंगे तो कार्य अवश्य सिद्ध होगा । साथ ही धन की भी भरपूर प्राप्ति होगी ।
इस यंत्र की अधिष्ठात्री देवी कमला हैं । कमला श्रृद्धि-सिद्धि की देवी हैं । इस यंत्र
के दर्शन मात्र से ही धन, मान, सम्मान की प्राप्ति होती है ।
इसको गल्ले या कैश बाक्स रखने से गल्ला हमेशा धन से भरपूर रहता है । यह यंत्र मनुष्य को महान धनवान बना देता है ।
अगर किसी को दौलत मंद बनकर अपने जीवन की इच्छा पूरी करनी है तथा सुख
से जीवन बिताना है तो इस अनमोल यंत्र को बनाकर या कहीं से प्राप्त करके अपने गल्ला या कैश बॉक्स अथवा तिजौरी में रख दें ।
आशा रखता हु – दीवाली के इस पवित्र पर्व पर – इस महालक्मी पूजन Lakshmi Puja Aur Diwali Pooja Vidhi से आपको लाभ होगा ।आपके और पूरे परिवार को दिवाली २०२२ की शुभ कामनाये ।
आपका शुभ चिंतक,
अंक ज्योतिषी – हस्ताक्षर तज्ञ
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